हमलोग को बुखार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?

हमलोग को बुखार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?

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बुखार में क्या नहीं खाना चाहिए
बुखार में भारी, गरिष्ठ, तले हुए, मिर्च-मसालेदार भोजन से परहेज करें।
बुखार में दूध से बनी मिठाइयाँ और रेशायुक्त आहार न खाएं।
खट्टे फलों का सेवन भी बुखार में न करें। यह भी पढ़ें – डेंगू बुखार : लक्षण, बचाव, खानपान और उपचार के उपाय
बुखार में जल्दी ताकत लाने के चक्कर में अधिक घी, मक्खन, मांस, आदि गरिष्ठ पदार्थ न खाएं-पिएं।
चाय, कॉफ़ी, शराब, कोल्ड ड्रिंक्स आदि से परहेज रखें |
रेड मीट या अन्य मीट बिल्कुल न लें। इसे आपका पेट हजम नहीं कर पाएगा।
बुखार में जंक फूड (फास्ट फूड, डिब्बाबंद फूड) का सेवन भी कतई न करें।
उच्च फैट वाले और तैलीय भोजन से भी पूरी तरह परहेज करें।
बुखार में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिक जैसी ठंडी चीजों और सोडा ड्रिक से भी दूर रहें।
बुखार में शराब और धूम्रपान का सेवन भी बिल्कुल नहीं होना चाहिए।  #बुखार में ये उपाय भी हैं बहुत कारगर 
तुलसी के छह-सात पत्ते लें और करीब इतने ही दाने काली मिर्च के तथा दो पत्ते पीपल के लें और एक छोटी गांठ सौंठ की। सभी को एक कप पानी में डालकर उबालें। पानी जब आधा रह जाए तो उसमें मिश्री मिलाएं और सुबह के समय खाली पेट लें। कई दिन तक ऐसा करें, बुखार में बहुत फायदा होगा।
100 ग्राम नीम की छाल को कूटकर बारीक कर ले। इसमें आधा लीटर पानी डालकर उबालें। पानी के 100 ग्राम रहने तक उबालें। इसके बाद इस पानी को सुबह-शाम पिलाएं, बुखार से जल्दी ही छुटकारा मिलेगा |
बुखार में नीम की पत्तियों को सुखाकर और पीसकर उनका चूर्ण बना लें। अब चूर्ण की एक चम्मच मात्रा का गर्म पानी के साथ सेवन करें।
तेज बुखार में पानी में थोड़ी सौंफ डालकर उबालें और पानी को थोड़ी-थोड़ी देर में रोगी को पिलाते रहें।#बुखार में जहां तक हो सके तरल भोज्य पदार्थ ही सेवन करें और कच्ची चीजों की तुलना में पके हुए भोजन को खाएं भाप में पकाई हुई सब्जियों, सूप और फलो के पतले रस को अपने भोजन में शामिल करें ।
बुखार में साधारण, हलका, आसानी से पचने वाला, कम मिर्च मसालेदार व कम मात्रा में भोजन करें।
बुखार की शुरुआत में दो दिन का बिना ठोस आहार के उपवास करें और तरल चीजें ही सेवन करें।
पालक और टमाटर का सूप, हरी साग-सब्जियां, सोयाबीन का सूप, खिचड़ी, मुनक्का, दलिया, ओट्स, पोहा, मूंग की दाल का पानी आदि का सेवन करें |
उबली सब्जी या सूप : ताजा उबली हुई सब्जियां, सब्जियों का सूप, सलाद भी बुखार की स्थिति में सही भोजन होगा।
इलेक्ट्रोलाइट : बाजार में आसानी से मिलने वाला इलेक्ट्रोलाइट शरीर को तरल पदार्थ देने का अच्छा विकल्प है। यह शरीर की जरूरी पोषण और रोग से लड़ने की ताकत देता है।
चिकन का सूप : यह मांसाहारी लोगों के काम की चीज है। ठोस आहार के बिना यह शरीर को भरपूर पोषण देता है।
उबले आलू में काली मिर्च डाल कर खाएं |
बुखार उतरने पर डबल रोटी, गेंहू की रोटी, दूध, साबूदाना की खीर या खिचड़ी खाएं।
बुखार में कौन सा फल खाना चाहिए – आलू बुखारा, चीकू, चकोतरा, अंगूर, पपीता, अनार, सेब, संतरा आदि का सेवन करें |
कमजोरी दूर करने के लिए ग्लूकोज, सुक्रोज, लेक्टोज पानी में घोलकर पिएं।
कच्चे नारियल का पानी भी बुखार में लाभकारी है |
उबला हुआ ठंडा किया पानी बार बार पीते रहें ।
बुखार में ठंड लगे, तो गर्म पानी में और गर्मी या जलन महसूस हो, तो गर्म किए ठंडे पानी में नींबू का रस और थोड़ा सेंधा नमक मिलाकर बार-बार पिएं।
बुखार की कमजोरी में पानी में शहद मिलाकर पिएं।
गर्मी, थकान या मेहनत के कारण हुए बुखार में अनानास के रस में शहद डालकर पीने से काफी फायदा होगा।
पपीते के पत्तों का काढ़ा भी बुखार को उतार देता है।
#बुखार में क्या नहीं खाना चाहिए
बुखार में भारी, गरिष्ठ, तले हुए, मिर्च-मसालेदार भोजन से परहेज करें।
बुखार में दूध से बनी मिठाइयाँ और रेशायुक्त आहार न खाएं।
खट्टे फलों का सेवन भी बुखार में न करें। यह भी पढ़ें – डेंगू बुखार : लक्षण, बचाव, खानपान और उपचार के उपाय
बुखार में जल्दी ताकत लाने के चक्कर में अधिक घी, मक्खन, मांस, आदि गरिष्ठ पदार्थ न खाएं-पिएं।
चाय, कॉफ़ी, शराब, कोल्ड ड्रिंक्स आदि से परहेज रखें |
रेड मीट या अन्य मीट बिल्कुल न लें। इसे आपका पेट हजम नहीं कर पाएगा।
बुखार में जंक फूड (फास्ट फूड, डिब्बाबंद फूड) का सेवन भी कतई न करें।
उच्च फैट वाले और तैलीय भोजन से भी पूरी तरह परहेज करें।
बुखार में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिक जैसी ठंडी चीजों और सोडा ड्रिक से भी दूर रहें।
बुखार में शराब और धूम्रपान का सेवन भी बिल्कुल नहीं होना चाहिए।

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